इस साल भी रब्बुड़ी
नहीं जायेगी मायके
इस साल भी सूना रहेगा नीम
नहीं डलेगा कोई झूला
इस साल भी दिसावर ही रहेगा
मरवण का साहबा
इस साल भी रब्बुड़ी
इंतजार करेगी काग का
और मरवण मनुहार करेगी
कुरजां की
रेगिस्तान
एक अनंत प्रतीक्षा है।
इस साल भी रब्बुड़ी
नहीं जायेगी मायके
इस साल भी सूना रहेगा नीम
नहीं डलेगा कोई झूला
इस साल भी दिसावर ही रहेगा
मरवण का साहबा
इस साल भी रब्बुड़ी
इंतजार करेगी काग का
और मरवण मनुहार करेगी
कुरजां की
रेगिस्तान
एक अनंत प्रतीक्षा है।