दूसरे तीसरे
जब इधर से निकलता हूँ
देखता हूँ,
अरे, इस वर्ष गुलमोहर में
अभी तक फूल नहीं आया
- इसी तरह आशा करते रहना
कितना अच्छा है
विश्वास रहता है कि वह प्रज्वलित
मैं भूल नहीं आया ।
दूसरे तीसरे
जब इधर से निकलता हूँ
देखता हूँ,
अरे, इस वर्ष गुलमोहर में
अभी तक फूल नहीं आया
- इसी तरह आशा करते रहना
कितना अच्छा है
विश्वास रहता है कि वह प्रज्वलित
मैं भूल नहीं आया ।