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प्रवासी / तेनजिन त्सुंदे / अशोक पांडे

बाड़ें
अब बदल चुकी है
जंगल की

अब मै
कैसे बताऊँ
अपने बच्चों को
कि कहाँ से आए थे हम

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अशोक पांडे