शब्द आँखों से झाँकता है
आँखों में झाँककर देखती है प्रिया--
अपनी अन्धी सन्तानें
मूर्खता
युद्ध
भूख
अन्धे देख नहीं पाते शब्द में फैला
उज्ज्वल
आकाश
शब्द आँखों से झाँकता है
आँखों में झाँककर देखती है प्रिया--
अपनी अन्धी सन्तानें
मूर्खता
युद्ध
भूख
अन्धे देख नहीं पाते शब्द में फैला
उज्ज्वल
आकाश