मौत दुरुस्त नहीं करेगी
कविता की एक भी पंक्ति को
वह कोई प्रूफ़रीडर नहीं है
वह कोई करुणामयी
महिला सम्पादक नहीं है
एक ख़राब रूपक अमर होता है
एक रद्दी कवि जो गुज़र गया
गुज़रा हुआ रद्दी कवि रहता है
एक चाट मरकर भी चाटता है
एक अहमक़ जारी रखता है अपनी अहमक़ाना बकबक
क़ब्र के पार से भी
अँग्रेज़ी से अनुवाद : असद ज़ैदी