समझदारी है
फ़ाड़ कर जला देना
पुराने प्रेम-पत्रों को
जो चुगली कर सकते हैं
उस प्रेम की।
मगर कैसे मिटाऊँ
मन की पाटी पर लिखे हुए
प्रीत के आखरों को
जो कविता के बहाने
खुद-ब-खुद बताते रहते हैं
वे कथाएँ।
मूल राजस्थानी से अनुवाद : स्वयं कवि द्वारा