Last modified on 12 सितम्बर 2018, at 18:37

प्रेममे / ककबा करैए प्रेम / निशाकर


प्रेममे सफलता
थोड़ लोककें भेटैत छैक।

प्रेममे हम
भने भऽ जायब
असफल
नहि खयबै माहुर
नहि खुअयबै ककरो माहुर
नहि करबै आत्महत्या
नहि करबै ककरो हत्या
पानि जकाँ निश्छलताक संक
खेप देबै
जिनगी।