प्रेम
कबूतरों का
वह जोड़ा है
जो पिछली कई सदियों से
पर्वत-गुफ़ाओं में
गुटर-गूँ करता
पर दिखता नहीं है
दिखती हैं सिर्फ़
उनकी अपलक-सी आँखें
और आँखों का पानी
प्रेम
कबूतरों का
वह जोड़ा है
जो पिछली कई सदियों से
पर्वत-गुफ़ाओं में
गुटर-गूँ करता
पर दिखता नहीं है
दिखती हैं सिर्फ़
उनकी अपलक-सी आँखें
और आँखों का पानी