प्रेम बयार सिहकि गेलय
मनक पंछी चहकि गेलय
झुकल नैन के उठिते धरि
धाप इज़ोर छिटकि गेलय
नैन नैन स मिलिते सउंसे
रातुक रानी गमैक गेलय
ओ पहिल नजरि जे हिय में
सोन सन जे चमकि गेलय
ओ छिलकैत मदिरा नैना स
नीतीश कनि बहकि गेलय
प्रेम बयार सिहकि गेलय
मनक पंछी चहकि गेलय
झुकल नैन के उठिते धरि
धाप इज़ोर छिटकि गेलय
नैन नैन स मिलिते सउंसे
रातुक रानी गमैक गेलय
ओ पहिल नजरि जे हिय में
सोन सन जे चमकि गेलय
ओ छिलकैत मदिरा नैना स
नीतीश कनि बहकि गेलय