भरे हुए पते की
चिट्ठी लेकर
तुम्हारे गाँव में फागुन आया है क्या ?
आसमान में
जल रहे हैं क्या
पलाश मदार के लाल दीये ?
चाँदनी रात में
क्या
जाग रहे हो तुम
और लिख रहे हो कविता
शरारती फागुन की ?
भरे हुए पते की
चिट्ठी लेकर
तुम्हारे गाँव में फागुन आया है क्या ?
आसमान में
जल रहे हैं क्या
पलाश मदार के लाल दीये ?
चाँदनी रात में
क्या
जाग रहे हो तुम
और लिख रहे हो कविता
शरारती फागुन की ?