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फुरती बोलॅ / कस्तूरी झा 'कोकिल'

घरनी बिना घोॅर की?
पत्नी बिना बोॅर की?
नारी बिना नोॅर की?
खेती बिना होॅर की?
गाँव बिना मड़ोॅर की?
छप्पर बिना खोॅर की?
तोरा रहतें कसोॅर की?

10/12/15 रात्रि 10 बजे।