भीमा बकर-धोराही में
बकरी के चरवाही में
सात बरस के छै बुतरू
खूब बजाबै छै तुतरू
खने में झगड़ा खने में मेल
जेरबैतोॅ संग खेलै खेल
डोल डोलिच्चा खेलै में
हलमानों केॅ बेलै में
कहाँ सें लानतै हाय के माय
गेलै बकरिया कहाँ बिलाय
होतै कुटम्मस हायरे बाप
गालोॅ में जब लगतै थाप
खेल जितलकै हारोॅ सें
केना केॅ बचतै मारोॅ सें
भीम अकेल्लो हौ सब चार
खैलक सबरोॅ धरपट मार