ढम-ढम, ढम-ढम बजता ढोल,
ढोल के भीतर होती पोल।
पोल छिपाकर क्या होना है,
शोर मचकर क्या होना है।
सुर के साथ बजाओ ढोल
वर्ना खुल जाएगी पोल।
ढम-ढम, ढम-ढम बजता ढोल,
ढोल के भीतर होती पोल।
पोल छिपाकर क्या होना है,
शोर मचकर क्या होना है।
सुर के साथ बजाओ ढोल
वर्ना खुल जाएगी पोल।