कछुवा नें
कछुवी सें कहलकै-
रीढ़ विहिन साँप रेंगै छै
आदमी के पासोॅ में
नैतिक या आत्मिक
रीढ़ के हड्डी बचले नै
हेना रीढ़ बिना विषधर रेंगतेॅ हए
लोगोॅ सें
भरलोॅ जाय रहलोॅ छै समाज।
कछुवा नें
कछुवी सें कहलकै-
रीढ़ विहिन साँप रेंगै छै
आदमी के पासोॅ में
नैतिक या आत्मिक
रीढ़ के हड्डी बचले नै
हेना रीढ़ बिना विषधर रेंगतेॅ हए
लोगोॅ सें
भरलोॅ जाय रहलोॅ छै समाज।