राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
आज म्हारे बन्ने ने धनुष उठा लिया
बाबा संग जाइयो रे बन्ना ताऊ संग जाइयो
तोड़ धनुष सिया जानकी न ब्याह लाइयो
आज हमारे बन्ने ने धनुष उठा लिया
आज म्हारे बन्ने ने धनुष उठा लिया
पापा संग जाइयो रे बन्ना चाचा संग जाइयो
तोड़ धनुष सिया जानकी न ब्याह लाइयो
आज हमारे बन्ने ने धनुष उठा लिया
आज म्हारे बन्ने ने धनुष उठा लिया
फूफा संग जाइयो रे बन्ना मामा संग जाइयो
तोड़ धनुष सिया जानकी न ब्याह लाइयो
आज हमारे बन्ने ने धनुष उठा लिया
आज म्हारे बन्ने ने धनुष उठा लिया
भइया संग जाइयो रे बन्ना जीजा संग जाइयो
तोड़ धनुष सिया जानकी न ब्याह लाइयो
आज हमारे बन्ने ने धनुष उठा लिया