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बना दी है जिसने / नंदकिशोर आचार्य

ढूँढ़ती हुई पी को
ठहर-ठहर कर
चुप हो जाती है पुकार
                 वह

कान लगा कर सुनती
                  है

आहट निःस्वर
ख़ामोशी में अपनी
बना दी है जिस ने
उस की पुकार
          संगीत ।

21 अप्रैल, 2009