राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कहो राजा जनक कहो सिया प्यारी-2
किन तेरी गोद भरी मेवा से
किन तेरी रूच-रूच मांग संवारी
बाबा मेरी गोद भरी मेवा से
दादी रानी रूच-रूच मांग संवारी
कहो राजा जनक कहो सिया प्यारी-2
किन तेरी गोद भरी मेवा से
किन तेरी रूच-रूच मांग संवारी
पापा मेरी गोद भरी मेवा से
कहो राजा जनक कहो सिया प्यारी-2
किन तेरी गोद भरी मेवा से
किन तेरी रूच-रूच मांग संवारी
भइया मेरी गोद भरी मेवा से
भाभी रानी रूच-रूच मांग संवारी
कहो राजा जनक कहो सिया प्यारी-2