कोई भी पूछता है वक़्त
तो मैं बता नहीं पाता
घड़ी बन्द पड़ी है
उसमें अभी भी 1947 ही बजा हुआ है।
पता ही नहीं चल पा रहा है
कि अब क्या बजा होगा?
1978 या जनता सरकार?
किसी भी घड़ी बांधे व्यक्ति से पूछो
वह ऎसा ही कुछ जवाब देता है
ठीक से पता नहीं चल पाता आख़िरकार
तो मैं मज़बूर हो
'भविष्य' बजा लेता हूँ
क्योंकि वही
एक ऎसा समय है जो
हमेशा
बजा रह सकता है।