छप्पर हुआ-
पुराना,
घुने बाँस करके।
नन्हें सिर
पहाड़ रख रख कर
बरस-
बरस सरके।
काटी गयीं
बहुत बरसातें,
रिसती और टपकती-
छत के तले
हटाते खाट
रात भर-
इधर-उधर
करके।
छप्पर हुआ-
पुराना,
घुने बाँस करके।
नन्हें सिर
पहाड़ रख रख कर
बरस-
बरस सरके।
काटी गयीं
बहुत बरसातें,
रिसती और टपकती-
छत के तले
हटाते खाट
रात भर-
इधर-उधर
करके।