बसंत में शलभ-सी
उड़ने को तैयार वह सोमेश्वर घाटी
पावस में
सीढ़ीदार खेतों के बीच धानी साड़ी पहन
पैर लटकाए बैठी
कोसी से कुछ बतिया रही है ।
बसंत में शलभ-सी
उड़ने को तैयार वह सोमेश्वर घाटी
पावस में
सीढ़ीदार खेतों के बीच धानी साड़ी पहन
पैर लटकाए बैठी
कोसी से कुछ बतिया रही है ।