स्नेह-तरलित दो नयन
मुझको देख लें --
बस,
एक बार !
दो
प्रणय-कम्पित हाथ
मुझको थाम लें --
बस,
एक बार !
सर्पिल भुजाएँ दो
मुझको बाँध लें --
बस,
एक बार,
दो
अग्निवाही होंठ
मुझको चूम लें --
बस,
एक बार !
स्नेह-तरलित दो नयन
मुझको देख लें --
बस,
एक बार !
दो
प्रणय-कम्पित हाथ
मुझको थाम लें --
बस,
एक बार !
सर्पिल भुजाएँ दो
मुझको बाँध लें --
बस,
एक बार,
दो
अग्निवाही होंठ
मुझको चूम लें --
बस,
एक बार !