Last modified on 7 जून 2016, at 00:11

बहुत इंतज़ार किया / वत्सला पाण्डेय

बहुत इंतज़ार किया
मैंने तुम्हारा
ख्यालों को बुनती गयी
कि तुम आओगे
मुस्कुराओगे
थाम लोगे मुझे
और पूछोगे
कैसे बिताये
पल मेरे बिना
पर तुम आये तो
थकान और झुंझलाहट की
सौगात लेकर...