बहुत बार
समझाता अपने को
जरा शिष्ट से रहा और बोला
करों
हर-बार की तरह
शिष्टता भूल जाता हूँ
वही बोल जाता
जो अंदर में मेरे
बहुत बार
समझाता अपने को
जरा शिष्ट से रहा और बोला
करों
हर-बार की तरह
शिष्टता भूल जाता हूँ
वही बोल जाता
जो अंदर में मेरे