जंगल में चौकन्ना होते हैं
बकरियों से ज़्यादा बाघ
बाघ को पता होती है
घात की हर तरकीब
छूपने और धोखे से वार करने की कला
बकरियाँ बन रही हैं शिकार
पीढ़ियों से
पर वे नहीं सीखती
बचाव या प्रतिघात करना
बकरियाँ भी बचना चाहती है
पर ज़रूरी होता है
घास चरने के लिए
सर का झुकाना
प्रतिघात के लिए ज़रूरी होता है
सर उठा कर चलना ...