आखर-आखर जुड़’र
बणै सबद
अर सबद-सबद जुड़’र
बणै बात
बातां रौ
कित्तौ हुवै असर
बातां रुवावै
बातां हँसावै
बातां प्रीत जगावै।
आखर-आखर जुड़’र
बणै सबद
अर सबद-सबद जुड़’र
बणै बात
बातां रौ
कित्तौ हुवै असर
बातां रुवावै
बातां हँसावै
बातां प्रीत जगावै।