मैं अपनी खिड़की पर ही
खींच लेती हूँ बादलों की रजाई
तमतमाता हुआ जाड़ा
अपने खुरदुरे तलुओं को
घसीटता हुआ दूर निकल जाता है।
मैं अपनी खिड़की पर ही
खींच लेती हूँ बादलों की रजाई
तमतमाता हुआ जाड़ा
अपने खुरदुरे तलुओं को
घसीटता हुआ दूर निकल जाता है।