बादल-बूँदों की तरह
तुम हो मुझमें
इन्द्रधनुषी रंगों की तरह।
मछलियाँ गाती हैं
सूर्यागमन की अगवानी का गान
जैसे - मैं तुम्हारा प्रणय।
हवाएँ चुपचाप
घूमती हैं इधर से उधर
प्यार की सुगंध के लिए
खोजती हैं तुम्हें।
बादल-बूँदों की तरह
तुम हो मुझमें
इन्द्रधनुषी रंगों की तरह।
मछलियाँ गाती हैं
सूर्यागमन की अगवानी का गान
जैसे - मैं तुम्हारा प्रणय।
हवाएँ चुपचाप
घूमती हैं इधर से उधर
प्यार की सुगंध के लिए
खोजती हैं तुम्हें।