काया रै कोठलियै चापळियोड़ा
म्हारा चेता
क्यूं उडीकै-म्हारौ बावड़णौ
पाछौ घरां
वा नेह री धिरांणी
आपरै अंतस री आगळ उघाड़ै
तौ थारै आवूं
जांणै पाछौ पांखां बारै आवूं।
काया रै कोठलियै चापळियोड़ा
म्हारा चेता
क्यूं उडीकै-म्हारौ बावड़णौ
पाछौ घरां
वा नेह री धिरांणी
आपरै अंतस री आगळ उघाड़ै
तौ थारै आवूं
जांणै पाछौ पांखां बारै आवूं।