गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 5 मार्च 2010, at 13:13
बिकता क्या है / चंद्र रेखा ढडवाल
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
चंद्र रेखा ढडवाल
»
औरत
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
बेचती है औरत
अपना सौंदर्य
बिकवाने में लगा जानता है
क्या बेचा
खरीदने वाला समझता है
क्या ख़रीदा