ईश्वर का जन्म
और मृत्यु
आदमी के जीवन्की
सबसे बड़ी घटनाएँ हैं
पिता हमारे पिता
एक बुरे पिता जैसे
क्यों
रात में किसी चोर जैसे
कोई निशान नहीं
कोई अता-पता नहीं
न ही कोई शब्द
तुमने मेरा परित्याग क्यों किया
मैंने तुम्हारा परित्याग क्यों किया
ईश्वर के बिना जीवन सम्भव है
ईश्वर के बिना जीवन असम्भव है
बचपन में मैंने
तुम्हें ख़ुराक बनाया
माँस खाया
ख़ून पिया
शायद तुमने मेरा परित्याग तब किया
जब मैंने अपनी बाहें फैलाकर
जीवन को आलिंगन में लेने की
कोशिश की
उतावलेपन के साथ
मैंने अपनी बाहें फैलाईं
और तुम्हें जाने दिया
शायद तुम
मेरा हँसना बर्दाश्त न कर पाने की वज़ह से
भाग गए
तुम हँसते नहीं हो न!
या शायद
तुमने मुझे सज़ा दी
थोड़ी-सी हल्की-सी
हठीलेपन की
और
एक नौआ इंसान
नई कविता
नई भाषा
सिरजने की कोशिश की हेकड़ी की
तुमने मुझे छोड़ दिया
पंखों की धार रहित
बादल-राग रहित
किसी घूस जैसा
रेत में सोख लिए गए पानी जैसा
व्यस्तता के बीच
मैं भूले रहा
तुम्हारा पलायन
तुम्हारी अनुपस्थिति
अपने जीवन में
ईश्वर के बिना जीवन सम्भव है
ईश्वर के बिना जीवन असम्भव है।
(मार्च 1988 से मार्च 1989)
अंग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल