लाल तलवार को ओढ़ाया हुआ कपड़ा,
उजला-भफाते हुए भात जैसा,
अपराजिता-सा नीला।
पिटे-पिटाए से पुराने नगर,
आदमी की हरी छाल में मेंढक!
जोते हुए खेतों पर चलता हरवाहा डगमग जैसेकि ज़ंजीरों में
ईंट के गलियारों में इधर-उधर दौड़ते हुए युवकों की हू-हा पर
कौंधा विचार-
कौंधा, जैसे कौंधते हैं कच्चे टाँके
तुड़े-मुड़े रेशम पर,
या कौंधा, ऐसे जैसे झपट लेनी है उसको गोली उछलकर।
अंग्रेज़ी से अनुवाद : अनामिका