गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 24 जुलाई 2018, at 12:47
बिरखा री रात / लक्ष्मीनारायण रंगा
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
लक्ष्मीनारायण रंगा
»
सावण फागण
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
बिरखा री
रात,
काजळ रै
कूंपळै मांय
दुवागण री
आंख रै
आंसूं री
सजळ बून्द