Last modified on 9 मई 2019, at 21:58

बिल्ली / फुलवारी / रंजना वर्मा

मैं जैसे ही सो कर जागा ,
आँगन में एक बिल्ली आई।
बिल्ली खूब साफ-सुथरी थी ,
खाती थी वह दूध मलाई॥

मुझसे बोली - म्याऊं म्याऊं
तुम जब बोलो मैं आ जाऊं।
दूध मलाई मक्खन खाऊं
चूहों को झट चट कर जाऊं॥