बिल्लू हार नहीं माना, रार नई ठाना
दूबे जी के पास रोया
चौबे जी के पास गाया
पाण्डे जी की तरकारी लाया
सहाय जी का घर बदलवाया
सहाय जी ने शर्मा जी को फ़ोन किया
शर्मा जी ने वर्मा जी को
वर्मा जी ने महेसर जी को कहलवाया
महेसर जी ने रामेसर जी को
बिल्लू इण्टरव्यू देने आया
बेटा बैठो, आज नाश्ते में क्या खाया
दूद-रोटी-चिन्नी-केला
आहा अद्भुत
इस प्रकार बिल्लू ने विश्वविद्यालय में प्रवेश पाया