यह जो सजाई
मिठाई की दुकान बच्चों ने
भांति-भांति का रूप लिए
सज गए-
मींगणे-मींगणियां,
गधलेडे-लीद।
पर कौन माने इनको विष्टा,
ये तो गुलाबजामुन-बूंदी, चमचम-हलवा।
देखा तो,
मुंह में पानी भर आया।
2005
यह जो सजाई
मिठाई की दुकान बच्चों ने
भांति-भांति का रूप लिए
सज गए-
मींगणे-मींगणियां,
गधलेडे-लीद।
पर कौन माने इनको विष्टा,
ये तो गुलाबजामुन-बूंदी, चमचम-हलवा।
देखा तो,
मुंह में पानी भर आया।
2005