धमनियों को
थोड़ा खौला कर
पलको पर देकर
हल्की सी दस्तक
होठों पर लपेट कर
सूखी पर्त
देह के
कोने-कतरे से निकल कर
चारों ओर
फैल जाता है
शिव की जटा-सा बुखार ।
धमनियों को
थोड़ा खौला कर
पलको पर देकर
हल्की सी दस्तक
होठों पर लपेट कर
सूखी पर्त
देह के
कोने-कतरे से निकल कर
चारों ओर
फैल जाता है
शिव की जटा-सा बुखार ।