Last modified on 30 जून 2014, at 09:59

बुखार की दवा / प्रभुदयाल श्रीवास्तव

कुत्ता बोला, बिल्ली दीदी, मुझको चढ़ा बुखार|
यदि हो सके संभव तो, कोई दवा करो तैयार||

बिल्ली बोली, भौंक भौंक कर, तुम होते बीमारा|
बंद रखोगे मुँह तो होगी, बीमारी की हार||

यदि छोड़ दो पीछा करना, तुम निरीह लोगोंका|
कुत्ता भाई निश्चित तुम पर, कभी न ताप चढ़ेगा||