Last modified on 11 जून 2016, at 01:55

बुतरु मुस्कैलै / मृदुला शुक्ला

चाँद-सितारा,
सब ठो प्यारा,
नूनू के घर ऐलै।

रंग-बिरंगा
नीला-पीला
मन केॅ फूल लुभैलै।

परियो छोटोॅ
नुनुओ छोटोॅ
संगे गाबै-खेलै।

पापा ऐलै
टौफी लेले
बुतरू सब मुस्कैलै।