‘क’ सें काजल, कौआ, काँटी
‘म’ सें मूसोॅ, मैना, माँटी
जना खाय छै बगरो, मैना
ठीक होन्है केॅ तों सब वैना
खैलेॅ जो सब बाँटी-बूटी
सोॅर बराबर काटी-कूटी
बेंग उछललोॅ कुइयाँ में छै
असकल्ले नै गोइयाँ में छै
मछली उछलै पोखरी में
जना समाटे ओखरी में।
‘क’ सें काजल, कौआ, काँटी
‘म’ सें मूसोॅ, मैना, माँटी
जना खाय छै बगरो, मैना
ठीक होन्है केॅ तों सब वैना
खैलेॅ जो सब बाँटी-बूटी
सोॅर बराबर काटी-कूटी
बेंग उछललोॅ कुइयाँ में छै
असकल्ले नै गोइयाँ में छै
मछली उछलै पोखरी में
जना समाटे ओखरी में।