वह देखो तारा निकला है
रजनी का प्यारा निकला है
झिलमिल झिलमिल चमक रहा
खिलखिल खिलखिल झलक रहा
श्याम गगन में ऐसा लगता
जैसे अंगारा निकला है
किसी सीप का यह मोती है
बेटा तू मेरा मोती है
तुलसी चौरा पर जो बाला
वही दीप ऊपर उछला है।
लल्ला अब तू सो जाना
प्यारे बेटे सो जाना
सभी ओर अंधियारा है पर
तू मेरा तारा उजला है।
वह देखो तारा निकला है
रजनी का प्यारा निकला है