मनुष्यों के बीच
शान्ति की बात करना
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
भविष्य के बारे में बात करना
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
जीवन में अधिकारों की बात करना
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
साथियों के प्रति डर से
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
यह छल है?
या है यही अंतिम सच्चाई?