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बोल बम? / मथुरा प्रसाद 'नवीन'

देखो बोलो बम! बोलो बम!
कांधा पर काँवर
हाथ में चिलम
मारो दम
बोलो बम!
गुरू के साथ चेला चटिया,
केकरे जीप, केकरे ट्रेकर
केकरे फटफटिया
जे कर रहले हे
भोला के जलंढ़री
ओकरा ले कठिन नै हे
चोरी या काला बजारी
जे छील रहल हे
गरीब के चाम
ऊ घूम रहल हे
बिना टिकट चारो धाम।