वादा करयूं छौ मुलुक कु विकास क़ु,
जग्वाल कारली जनता, ब्वाला कब तक?
रंगिला- पिंगला, सुपिन्यां देख्यां जु,
सुपिन्यां साकार ह्वाला, ब्वाला कब तक?
जोड़- जुगन्त कैरि, बहुमत मिलिगे,
जनता कु बेड़ा पार, ब्वाला कब तक?
योज़ना बणी च, ज्वा कागजों मा,
ज़मीन पर पूरी होळी, ब्वाला कब तक?
डिग्री-डिप्लोमा, सब कैरी याळ,
रोजगार मिळालु, ब्वाला कब तक?
फूलमाला पैनी रिबन कटे, उद्घाटन ह्वेगे,
काम-काज होळु पूरू, ब्वाला कब तक?
खैरि खाँदा-खाँदा, गरीब मिटे गे,
पर ग़रीबी मिटेली, ब्वाला कब तक?
रूड़ी सी ह्वेगे, ज़िंदगी किसान की,
मौल्यार आळु जीवन मा, ब्वाला कब तक?
देहरादून बल, ख़ूब हूणी च बैठक,
विधायक जी पहाड़ आला, ब्वाला कब तक?
जाति-धर्म मा, बांटी याळ जनता,
राजनीति इनि हूणी रैली, ब्वाला कब तक?