मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
भगवती होइअठ ने सहाय
हम तऽ अबला नारी ना
पहिल फल मांगब मा हे
भाय रे भतीजबा
हम तऽ मंगबे करबै ना
दोसर फल मांगब मा हे
सासु रे ससुरबा
हम तऽ मंगबे करबै ना
तेसर फल मांगब मा हे
सिर के सिन्दुरबा
हम तऽ मंगबे करबै ना
चारिम फल मांगब मा हे
गोदी भरि पुत्र
हम तऽ मंगबे करबै ना
भगवती होइअउ ने सहाय
हम तऽ मंगबे करबै ना