एक सुपनो हुवै टाबर री आंख में
भायलां सागै
रमतो-रमतो बणावै बो
रेत रो घर
खुद बणावै
खुद ई मिटावै
साची कैवै मां-
टाबर भगवान रो रूप हुवै !
एक सुपनो हुवै टाबर री आंख में
भायलां सागै
रमतो-रमतो बणावै बो
रेत रो घर
खुद बणावै
खुद ई मिटावै
साची कैवै मां-
टाबर भगवान रो रूप हुवै !