भला होता है आदमी
बुरा होता है
गला होता है आदमी
छुरा होता है
आदमी के वश में होता है
सीधा होना
बेबस होता है
तो वह मुड़ा होता है
मुसीबतों में
टूट भी जाता है आदमी
टूट कर भी
आदमीयत से जुड़ा होता है
छोटी सी ख़ुशी में
फूट पड़ता है आदमी
छोटे से गम में
वह बेसुरा होता है।