कट्ठै ईसी मौज भायला
भरले सगळी गो‘ज भायला
नीत-रीत पर चालण वाळी
निठरी सगळी फौज भायला।
सत री साख भरया करता बै
अबै नही खुर-खोज भायला।
कदै दडूक्या गुवाडां में
अबै नहीं वो ओज भायला।
कोई रोकै-टोकै कोनी
नूंत जिमाई भोज भायला।
कट्ठै ईसी मौज भायला
भरले सगळी गो‘ज भायला
नीत-रीत पर चालण वाळी
निठरी सगळी फौज भायला।
सत री साख भरया करता बै
अबै नही खुर-खोज भायला।
कदै दडूक्या गुवाडां में
अबै नहीं वो ओज भायला।
कोई रोकै-टोकै कोनी
नूंत जिमाई भोज भायला।