भाषाओं की मौत कौन पढ़ता है
हर मौत कहानी नहीं होती
मसलन भाषाओं की मौत कौन पढ़ता है।
कोई कहानी मर रही है हर किसी कोने में
यह किसी भाषा के मौत की कहानी है।
कोई जासूस इन कोनों पर नहीं आता
मरती भाषा के सुराग अपने ही अंदर होते हैं
भाषा मरती है तो कहानी अपने अंदर मरती है
कौन पढ़ता है।
2010
लीजिए, अब इसी कविता का अँग्रेज़ी अनुवाद पढ़िए
Laltu
Death of Tongues
Who Reads of the Tongues Dying
Not every death is a tale
For instance who reads of the tongues dying
A story is dying in every which corner
A story of a tongue dying
No sleuth enters these corners
The clues of a dying language are within us
A language dies and along with it the story dies
Who reads.
2010