गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 27 जून 2017, at 22:23
भींत / हरीश हैरी
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
हरीश हैरी
»
थार-सप्तक-6
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
चौभींतै नै
देख'र
खुस होवंतो घर
आँगणैं बिचाळै
निकळती
भींत नै देखर
टूटग्यो घर!