वह अकेला
ख़ामोशी ओढ़े गुमसुम
खो गया भीड़ मे
राजपथ, जनपथ, जन्तर-मन्तर
पट गया भीड़ से
न विवाद न संवाद
न विनाश न आबाद
चिकटा फटा काँच पहने
अधनंगा, गुमशुदा ’रामराज’
कराहता दिखा भीड़ में
वह अकेला
ख़ामोशी ओढ़े गुमसुम
खो गया भीड़ मे
राजपथ, जनपथ, जन्तर-मन्तर
पट गया भीड़ से
न विवाद न संवाद
न विनाश न आबाद
चिकटा फटा काँच पहने
अधनंगा, गुमशुदा ’रामराज’
कराहता दिखा भीड़ में